Thursday, October 15, 2009


नूतन वर्षाभिनंदन
हे प्रभु,
नये साल की प्रार्थना स्वीकार करो,
इससाल वो करना जो आज तक हम नही कर सके हे !!!
“ नये सालमें हमे बचाना ”
उन अधार्मिक धर्मगुरुओ से जो खुद वासना-लालसा से पीडिंत हे...
उन नपुसंक राजनेताओ से जो हमे वापीस गुलाम बना रहे हे...
उन असफ़ल न्यायतंत्र से जो हमारी रक्षा नही कर सके हे...
उन भष्टाचारी सरकारीबाबु से जो मातृ-भूमि को बेच रहे हे...
उन कातिल दाक्टरो ओर दवाओसे जो रोग पेदा करते हे...
उन पाखंडी चेनलो से हो हमारा संसार तोड रहे हे...
उन नकली नोटो से जो हमे ही बेंकमे अपराधी बना रहे हे...
उन नकली खाना-पानी से जो हमे हर दिन जहर दे रहे हे...
उन नासमज़ आरक्षण से जो पूरे राष्ट्रकी एकता तोड रहे हे...

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